सौरभ चटर्जी, वीकली आई
इसरो ने रविवार सुबह दुश्मन की पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखने वाला अपना नया सैटेलाइट सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया, लेकिन प्रक्षेपण के कुछ देर बाद ही इसमें कुछ गड़बड़ी आ गई और ये मिशन पूरा नहीं हो सका. इसरो प्रमुख वी नारायणन ने कहा कि हमने कुछ गतिविधियां देखीं, इस वजह से दिक्कतें आईं. मिशन क्यों नहीं पूरा हो पाया, इसकी विस्तृत जानकारी जल्द ही दी जाएगी. माना जा रहा है कि कुछ तकनीकी खामियों की वजह से मिशन नाकाम रहा.
इस सैटेलाइट की अहम जिम्मेदारियों में घुसपैठ और सीमा पर किसी भी नापाक हरकत के दौरान रियल टाइम डेटा मुहैया कराना था. सुबह 5.59 बजे के करीब इसरो का सैटेलाइट अर्थ ऑर्ब्जवेशन सैटेलाइट-09 (EOS-09) पीएसएलवी रॉकेट के जरिये सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया. इसे पहले ही निगरानी कर रहे उपग्रह EOS-04 के जुड़वा भाई की तरह काम करना था, लेकिन ये नाकाम रहा. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन का कहना है कि ऐसे सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग डेटा इकट्ठा करने और ऑपरेशनल गतिविधियों में बेहद कारगर होते हैं.
