- यूपी के पंचायत चुनाव के पूर्व इस दिशा में सार्थक परिणाम लाने के लिए दिए गए निर्देश
- पार्टी सुप्रीमो ने पिछले दिनों इस संदर्भ में आयोजित बैठक में पिछले निर्देशों की समीक्षा की
- मायावती ने 12 राज्यों के लिए घोषित एसआईआर के लिए भी जुटने का निर्देश दिया
- कार्यकर्ताओं से पार्टी फंड के लिए भी प्रयास करने के निर्देश दिए ताकि कमी न होने पाए
अभयानंद शुक्ल,वीकली आई न्यूज़
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की नजर अब पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं पर भी है। पार्टी ने इसके लिए यूपी पंचायत चुनाव के पहले से ही जोड़-तोड़ करना शुरू कर दिया है। पार्टी नेताओं को इस काम में विशेष रूप से जुड़ने का निर्देश दे दिया गया है। इसके अलावा पार्टी जनों को बताया गया कि कांशीराम द्वारा बनाई गई अपंजीकृत बामसेफ ही असली है। सभी लोग बाकी फर्जी बामसेफ से बचकर रहें। बसपा सुप्रीमो का यह भी कहा कि अपर कास्ट के लोग राजनीति रूप से बहुत जागरूक हैं, इसलिए उनको पार्टी से जोड़ने के लिए अलग भाईचारा समिति बनाने की जरूरत नहीं है।
पार्टी प्रमुख मायावती ने एक समीक्षा बैठक में लखनऊ में ओबीसी समाज को पार्टी से जोड़ने के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इसमें तेजी लाई जाए। इसके अलावा उन्होंने 12 राज्यों के लिए घोषित किए गए एसआईआर कार्यक्रम को सही ठहराते हुए उसमें में पार्टीजनों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए भी निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने पार्टी फंड के लिए भी विशेष रूप से जुटने के लिए कार्यकर्ताओं और नेताओं को कहा।
समीक्षा बैठक में मायावती ने पार्टी जनाधार बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश की जिलास्तरीय ‘पिछड़ा वर्ग समाज भाईचारा संगठन’ की मासिक बैठक में ओबीसी समाज को बीएसपी में जोड़ने के लिए दिये पिछले दिशा-निर्देशों की गहन समीक्षा की। उन्होंने अपने निर्देशों की जिलावार प्रगति रिपोर्ट भी ली। इसके अलावा उन्होंने पार्टी को आर्थिक सहयोग जुटाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिये। इसके इलावा उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश सहित देश के 12 राज्यों में कराये जा रहे मतदाता सूची के सघन पुनरीक्षण अर्थात् एसआईआर के महत्व को समझाते हुए उन्हें चुनाव आयोग की गाइडलाइन को तत्परता से पूरा करने के निर्देश भी दिए। मायावती ने कहा कि पार्टी के राजनीतिक संघर्ष में हर व्यक्ति के वोट की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसीलिए वोट डालने की संवैधानिक ज़िम्मेदारी पूरा करने के लिए सभी योग्य लोगों को मतदाता सूची में अपना नाम डलवाना और वोटर कार्ड बनवाना बहुत ज़रूरी है। पार्टी प्रमुख ने ये भी कहा कि ओबीसी समाज बीएसपी के बैनर तले सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करने के लिए जितनी जल्दी संगठित होगा उसके अच्छे दिन उतनी ही जल्दी आएंगे।
बसपा सुप्रीमो ने इस बैठक में बामसेफ के बारे में आयेदिन फैलाई जा रही भ्रांतियों को भी दूर करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि बामसेफ राजनैतिक संगठन या कोई पार्टी नहीं है। बल्कि ये पढ़े-लिखे कर्मचारियों का एक सामाजिक संगठन है। उसका प्रमुख कार्य सुविधा अनुसार बहुजन समाज के लोगों में सामाजिक चेतना पैदा करना है। उन्होंने बताया कि इसकी कांशीराम ने स्थापना की थी। और अब यह बसपा परिवार से जुड़ा है। संगठन के लोग बीच-बीच में मुझसे व बसपा परिवार के लोगों से मिलकर अपनी इस जिम्मेवारी को निभाते रहते हैं। उन्होंने बताया कि बिना रजिस्टर्ड बामसेफ ही मान्यवर कांशीराम की मूल व असली बामसेफ है। और अन्य रजिस्टर्ड बामसेफ स्वार्थी व अवसरवादी लोगों का है। उन्होंने कहा कि इसके लिए अलग से बैठक बुलाने की जरूरत नहीं पड़ती है। बैठक में बसपा प्रमुख ने ये भी बताया कि अपर कास्ट राजनैतिक तौर पर काफी जागरूक हो चुका है। इनको बसपा में जोड़ने के लिए अलग से भाईचारा संगठन बनाने की जरूरत महसूस नहीं है।
