- समारोह में देरी से आने वाले लोगों को नहीं मिलेगा प्रवेश
- राम मंदिर परिसर में अतिथियों के पहुंचने का समय तय
- कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में होगा राम मंदिर का ध्वजारोहण
- सुबह दस बजे तक सभी से स्थान ग्रहण का है अनुरोध
अभयानंद शुक्ल,वीकली आई न्यूज़
लखनऊ। अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में होने वाले ध्वजारोहण समारोह में सुरक्षा बेहद सख्त रहेगी। लगभग तीन घंटे के इस आयोजन में पीएम नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति होने और पिछले दिनों तीन आतंकियों की गिरफ्तारी के चलते अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी। इस कारण मंदिर ट्रस्ट की ओर से आमंत्रित अतिथियों को भी समय से पहुंचने के लिए कहा गया है। यदि उन्हें पहुंचने में देरी होगी तो प्रवेश मिल पाना संभव नहीं हो सकेगा।
कार्यक्रम आयोजक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र समिति के अनुसार पूरा आयोजन निर्विघ्न संपन्न हो और प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व ही अतिथि स्थान ग्रहण कर लें, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके लिए आयोजन समिति के सदस्य आमंत्रण पत्र भेजने के साथ ही संपर्क कर समय पर आने का निवेदन भी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि श्री राम मंदिर सहित सभी पूरक मंदिरों के निर्माण की पूर्णता पर आगामी 25 नवंबर को प्रस्तावित उत्सव में पीएम मोदी को ध्वजारोहण करना है। इस अवसर पर संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत सहित कई बड़े पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। इसीलिए आयोजन को ‘जीरो टालरेंस, जीरो फेल्योर’ वाला बनाने के लिए समस्त प्रकार के यत्न किए जा रहे हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश तक ही सीमित रहने वाले इस उत्सव में ट्रस्ट की ओर से लगभग दस हजार अतिथियों को आमंत्रित किया जा रहा है।
आमंत्रण भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसी के साथ समिति से जुड़े सदस्यों को दायित्व सौंप कर अतिथियों के निर्धारित समय पर पहुंचने का भी अनुरोध भी किया जा रहा है। मुख्य आयोजन पूर्वाह्न 11 बजे से डेढ़ बजे तक चलेगा। अतिथियों को सुबह दस बजे से पूर्व रामजन्मभूमि परिसर में पहुंच कर अपना स्थान ग्रहण कर लेने को कहा जा रहा है। स्थान का निर्धारण आमंत्रण कार्ड से ही होगा। परिसर में प्रवेश करने से पहले अतिथियों को दो या तीन स्थानों पर पहचान व आमंत्रण सुनिश्चित कराना होगा। आमंत्रण पत्र से किसी अन्य का प्रवेश पूर्णतया निषिद्ध रहेगा। आयोजन प्रारंभ होने से लगभग 15-20 मिनट पहले प्रधानमंत्री का परिसर में आगमन हो जाएगा। पीएम के आगमन से आधे घंटे पहले प्रवेश व निकास प्रतिबंधित किया जा सकता है।
अपेक्षा की गई है कि इस उत्सव में आमंत्रित अतिथि अपने निर्धारित स्थान पर पूर्व में ही आकर बैठ जाएं। उन्हें कोई असुविधा न हो, इसके लिए बड़ी संख्या में मंदिर ट्रस्ट, आरएसएस व विहिप से जुड़े स्वयंसेवक तैनात किए जाएंगे। ये अतिथियों का मार्गदर्शन करेंगे। इसके अतिरिक्त परिसर में पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मियों की भी तैनाती रहेगी।
