- तमिलनाडु से आए एक जोड़े ने राममंदिर में कीं रस्में पूरी
- राम मंदिर की पूर्णता के बाद ही विवाह का लिया था संकल्प
- वर ने प्रभु श्रीराम के सामने ही वधू को लगाया सिंदूर
- तमिलनाडु के 350 लोगों ने दिया दोनों को आशीर्वाद
अभयानंद शुक्ल,वीकली आई न्यूज़
अयोध्या। भगवान राम की जन्मभूमि पर एक अनोखा और भावपूर्ण दृश्य देखने को मिला। यहां राम मंदिर में तमिलनाडु से आए एक जोड़े ने विवाह किया। यह विवाह किसी साधारण आयोजन से बढ़कर भक्ति और आस्था का प्रतीक बन गया। उस युगल ने संकल्प लिया था कि वे राम मंदिर निर्माण पूरा होने के बाद प्रभु श्रीराम के सामने ही विवाह करेंगे।
जानकारी के अनुसार इस जोड़े ने कई वर्ष पूर्व ही यह संकल्प लिया था कि जब तक अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर निर्माण पूर्ण नहीं होगा तब तक वे विवाह नहीं करेंगे। और अब जब मंदिर निर्माण पूरा हो गया है, और आगामी 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के शीर्ष पर ध्वजारोहण भी करने वाले हैं, तो उस जोड़े की मन्नत भी पूरी हो गई है। ऐसे में दोनों अयोध्या पहुंचे और रामलला को साक्षी मानकर पवित्र अग्नि के फेरे लेते हुए जीवनभर साथ निभाने का एक दूसरे को वचन दिया। दूल्हे ने मंदिर परिसर में ही दुल्हन की मांग में सिंदूर भरकर अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत की।
इस अवसर पर तमिलनाडु से आए 350 श्रद्धालुओं के दल ने रामलला के दर्शन और पूजन कर नव दंपती को आशीर्वाद दिया। इस दौरान रामनगरी और राम मंदिर परिसर वैदिक मंत्रोच्चार और भक्ति भाव से गूंज उठा।
इस अनोखी शादी और उस युगल के अनोखे संकल्प की पूरी अयोध्या में ही नहीं, बल्कि हर जगह प्रशंसा हो रही है। लोग उनके त्याग और विश्वास की भूरि भूरि सराहना भी कर रहे हैं। उन दोनों का यह संकल्प उस विश्वास का सबूत है कि प्रभु श्रीराम अपने भक्तों की मंशा जरूर पूरी करते हैं। अन्यथा ऐसे कार्य के लिए शादी जैसी परंपरा को दांव पर लगाना सबके हिम्मत की बात नहीं है।
