- पूर्व राज्यसभा सांसद डा. अशोक बाजपेई ने किया स्वर्गीय लीलावती देवी की छठवीं पुण्यतिथि समारोह का शुभारंभ
- माता-पिता की आरती के साथ सम्पन्न समारोह में वैज्ञानिकों, कलाकारों और समाजसेवियों का किया गया सम्मान
- अखिल भारतीय विज्ञान दल और नर्वदेश्वर ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के संयुक्त तत्वावधान में हर्षोल्लास के साथ हुआ कार्यक्रम
अभयानंद शुक्ल,वीकली आई न्यूज़
लखनऊ। पूर्व सांसद डॉ.अशोक बाजपेई ने कहा है कि भारत ने सदैव सीमित संसाधनों में बड़ी व अद्भुत वैज्ञानिक उपलब्धियां हासिल की हैं। वे अखिल भारतीय विज्ञान दल की संस्थापक स्वर्गीय लीलावती देवी की छठवीं पुण्यतिथि पर आयोजित सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर कई वैज्ञानिकों, कलाकारों और समाजसेवियों का सम्मान भी किया गया।
विशेष अतिथि के रूप में मौजूद बीकेटी क्षेत्र के विधायक योगेश शुक्ला ने कहा कि विज्ञान सोचने, सवाल करने और आगे बढ़ने की कला है। साथ ही डॉ. मृदुल शुक्ला ने कहा कि विज्ञान दल भारतीय जीवन शैली में निहित वैज्ञानिक दृष्टिकोण को जन-जन तक पहुंचा रहा है। इसके अलावा प्रो. दुर्गेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि विज्ञान और संस्कृति का संगम ही भारत की असली शक्ति है। कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय विज्ञान दल और नर्वदेश्वर ग्रुप ऑफ कॉलेजेज ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विज्ञान दल के अध्यक्ष डॉ. मृदुल शुक्ल ने माता-पिता की आरती से किया। विशेष अतिथि के रूप में मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि भी मौजूद रहीं। इस मौके पर नर्वदेश्वर ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के चेयरमैन प्रो. दुर्गेश मणि त्रिपाठी एवं संस्थापक प्रो. नरेंद्र मणि त्रिपाठी और डॉ अखिलेश मिश्र आईएएस भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर देशभर के वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, चिकित्सकों, कलाकारों और समाजसेवियों को स्वर्गीय राधेश्याम शुक्ल- लीलावती देवी सम्मान से दिया गया। इनमें प्रमुख रूप से डॉ. मृदुल शुक्ल, डॉ. संतोष कुमार शुक्ला (वरिष्ठ वैज्ञानिक), श्रीमती रेनू शुक्ला (उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय विज्ञान दल), डॉ. रुद्र देव त्रिपाठी डॉ. यादवेंद्र सिंह यादव, प्रो. सौरभ मालवीय लखनऊ विश्वविद्यालय, श्रीमती अंजनी द्विवेदी दुर्गा कला केंद्र, आशुतोष पाठक (इनोवेटर),
डॉ. आनंदेश्वरी अवस्थी (पूर्व निदेशक, प्लानिंग कमीशन, उ.प्र., श्रीमती मनोरमा देवी (प्राचार्य, वीर राघव भागवत संस्कृत महाविद्यालय), श्रीमती विजयलक्ष्मी पांडे (कोषाध्यक्ष, अखिल भारतीय विज्ञान दल), तुमुल शुक्ल (प्रेसिडेंट, लखनऊ इनोवेटर सेल), रमेश मिश्रा (अध्यक्ष, बिजनेस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि.), हिमांशु मणि (दिव्यांग खिलाड़ियों के कोच, हर्षवर्धन मणि त्रिपाठी (अंतरराष्ट्रीय पैरा खिलाड़ी), यशवर्धन मणि त्रिपाठी (टेबल टेनिस एवं फुटबॉल खिलाड़ी),
राजकुमार त्रिपाठी (प्रधानाचार्य, सरस्वती विद्या मंदिर, बाराबंकी, जानवी पांडे लोकगायिका, डॉ. शिवपूजन शुक्ल सलाहकार, बायोटेक पार्क, डॉ. श्रीकांत रथ मुख्य प्रधान वैज्ञानिक, सीडीआरआई, देव प्रकाश मिश्र, सिद्धार्थ तिवारी, श्रीमती अनीता तिवारी, मृत्युंजय प्रसाद मिश्र, प्रशांत शुक्ल, डॉ. किरण गुप्ता असिस्टेंट प्रोफेसर, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कृति पांडे, बृजेन्द्र मिश्र, अंकित शुक्ल, प्रो. अनुराग पांडे, संदीप शाही, डॉ. पी.के. तिवारी (बाराबंकी), डॉ. सत्यभूषण वर्मा (लखनऊ विश्वविद्यालय), दीपशिखा, काजल, सुखदा शर्मा, स्तुति यादव, रेनू राय, राकेश पांडे (फार्मासिस्ट) तथा नम्रता पांडे, रिंकी मिश्रा सहित अनेक प्रतिष्ठित हस्तियाँ शामिल रहीं।
इस मौके पर एक काव्य संध्या का भी आयोजन हुआ। जिसमें राष्ट्र कवि डॉ अखिलेश मिश्र, रितु श्रीवास्तव, पियूष योगी, गौरव गौरवान्वित और झमाझम बैसवारी ने अपनी कविताओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. दुर्गेश मणि त्रिपाठी ने की तथा संचालन डॉ. संतोष कुमार शुक्ला ने किया।
