सौरभ चटर्जी,वीकली आई न्यूज़
मुल्ला जनरल आसिम मुनीर ने ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ ‘बुनयान अल मरसूस’का ऐलान कर पाकिस्तान को खतरे में डाल दिया है. कहने को तो ये भारत के खिलाफ है लेकिन अंजाम पाकिस्तान की आवाम को भुगतना होगा. मुल्ला जनरल ने कुछ दिनों पहले इस्लामाबाद में दी तकरीर के मुताबिक ही इस ऑपरेशन का नाम रखा है. इस्लाम में बुनयान अल मरसूस काफी अहम मायने रखता है. कुरान के सुरा 61-4 में इसका जिक्र है जिसका मतलब है -अल्लाह उन सब लोगों से मोहब्बत करता है जो अपने हक के लिए लड़ते हैं. बुनयान का मतलब है इमारत. मरसूस का मतलब है मज़बूत. बुनयान अल मरसूस यानी एक ऐसी इमारत को दर्शाता है जो बहुत मज़बूत और एकजुट है. पाकिस्तान का आर्मी चीफ अल कायदा या आईएसआईएस चीफ की तरह इसे मुसलमानों की एकता और ताकत का प्रतीक जता रहा है. उस मूर्ख को नहीं मालूम कि पड़ोसी तालिबान भी पहलगाम में हिंदुओं के नरसंहार के मसले पर उसके साथ नहीं है.
ऑपरेशन बदर (1999)
1999 में कारगिल युद्ध के दौरान शुरू हुआ. पाकिस्तान ने कारगिल में ऊंची चोटियों पर कब्जा किया. इसका मकसद लद्दाख का रास्ता काटना था. भारत ने ऑपरेशन विजय से जवाब दिया.
