By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
weeklyeyenews.co.inweeklyeyenews.co.inweeklyeyenews.co.in
  • एक्सक्लूसिव
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • खबर पहाड़
  • राजनीति
  • क्राइम
  • खेल
  • मनोरंजन
  • E-Paper
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: अब मुसलमान भी बन सकेंगे संघ के स्वयंसेवक:
Share
Sign In
Notification Show More
Aa
weeklyeyenews.co.inweeklyeyenews.co.in
Aa
  • एक्सक्लूसिव
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • खबर पहाड़
  • राजनीति
  • क्राइम
  • खेल
  • मनोरंजन
  • E-Paper
Search
  • एक्सक्लूसिव
  • संपादकीय
  • देश
  • विदेश
  • खबर पहाड़
  • राजनीति
  • क्राइम
  • खेल
  • मनोरंजन
  • E-Paper
Have an existing account? Sign In
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
weeklyeyenews.co.in > Blog > एक्सक्लूसिव > अब मुसलमान भी बन सकेंगे संघ के स्वयंसेवक:
एक्सक्लूसिवदेशराजनीति

अब मुसलमान भी बन सकेंगे संघ के स्वयंसेवक:

News Desk
Last updated: 2025/04/10 at 12:05 PM
News Desk
Share
7 Min Read
SHARE
  • संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दी हरी झंडी
  • पर सिर्फ राष्ट्रवादी मुस्लिमों को ही मौका
  • शर्त ये कि भगवा ध्वज से प्यार करना होगा
  • मुस्लिमों को अपने पाले में लाने की है कोशिश

वीकली आई न्यूज, अभयानंद शुक्ल, (लखनऊ)

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष में संगठन एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है, क्योंकि वाराणसी में संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा मुसलमानों के बारे में दिए गए बयान का यही निचोड़ है। संघ प्रमुख के अनुसार अब संगठन में मुसलमानों की भी एंट्री हो सकेगी। शर्त सिर्फ यह है कि वे राष्ट्रवादी हों, उन्हें भारत माता की जय बोलने में दिक्कत न हो और वंदे मातरम बोलने से भी परहेज न हो। संघ प्रमुख का कहना है कि संघ में ऐसे हर मुसलमान का स्वागत है जो राष्ट्रवादी सोच रखता हो और सनातनी हो। यहां सनातनी से उनका अभिप्राय मुगलों के वंशजों से नहीं है। देश में वक्फ संशोधन बिल पारित होने के बाद संघ की ओर से मुसलमान को दिया गया यह संदेश बहुत महत्वपूर्ण है और बड़ा नीतिगत बदलाव भी। अभी भाजपा में जितने मुस्लिम नेता हैं वे सीधे-सीधे संघ से नहीं जुड़े हैं। इसीलिए शायद संगठन को अपने अल्पसंख्यक मोर्चे का अध्यक्ष इंद्रेश कुमार को बनाना पड़ा है।
इस नीतिगत बदलाव का मतलब यह भी है कि अब संघ को लगता है कि सिर्फ हिंदुओं की बात करने से न तो संगठन मजबूत होगा और न ही देश।

संघ का मानना है कि वैसे भी बदलती डेमोग्राफी से अब देश की स्थितियां बहुत कठिन होती जा रही हैं। ऐसे में मुस्लिमों के इस वर्ग को साथ लाना बुद्धिमानी है। वैसे भी भाजपा ने पहले ही मुसलमानों में पसमांदा वर्ग को खोज कर उसके हित की बात करनी शुरू कर दी है। इधर अब वक्फ संशोधन कानून भी पास किया गया है। कहा गया है कि ये कानून मुसलमानों के इसी वर्ग के लिए लाया गया है, ताकि उनका आर्थिक उत्थान और सामाजिक विकास हो सके। इस रास्ते हो सकता है कि संघ का ये प्रयास मुसलमानों से जुड़े कुछ कानूनों जैसे तीन तलाक, नागरिकता संशोधन कानून और प्रस्तावित यूसीसी से पैदा हुए नकारात्मक नैरेटिव को तोड़ने में भी सहूलियत दे।
पिछले दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा दिए गए कुछ बयानों को भी इस संदर्भ में देखना और समझना होगा। संघ प्रमुख ने ही कुछ दिनों पूर्व यह बयान दिया की हर मस्जिद में मंदिर क्यों खोजना, इससे सांप्रदायिक सौहार्द को चोट पहुंचती है। इस बयान की बड़ी आलोचना हुई। संत समाज एकदम इसके खिलाफ आ गया था। रामभद्राचार्य जी ने तो यहां तक कह दिया कि संत समाज संघ प्रमुख का अनुचर नहीं है कि वह उनकी बात मानेगा। तब संघ के कई जिम्मेदारों को मैदान में उतरकर सफाई भी देनी पड़ी थी। इसके अलावा औरंगजेब को लेकर उठे विवाद पर भी संघ के पूर्व सह सर कार्यवाह भैया जी जोशी ने कहा कि औरंगजेब का विवाद बिना मतलब है, इससे बचना चाहिए। इसके पूर्व संघ प्रमुख ने ही कहा था कि भारत में रहने वाला हर व्यक्ति सनातनी है, चाहे वह मुसलमान ही क्यों न हो। यह बयान और इससे जुड़े अन्य सभी बयान संघ के बदलते रुख का संदेश पहले ही दे चुके हैं। अब बनारस में संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों के सामने यह बात कह कर एक बड़ी लकीर खींच दी है। अगर संघ प्रमुख के बयान से प्रभावित होकर मुस्लिमों ने संघ की शाखाओं की ओर रुख कर लिया तो यह देश में एक बड़ा बदलाव होगा। साथ ही यह हिंदू-मुस्लिम के नाम पर राजनीति करने वाली विपक्ष की पार्टियों के मुंह पर बड़ा तमाचा होगा।


पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत वाराणसी के दौरे पर रहे। रविवार को सुबह वे मलदहिया के लाजपत नगर पार्क की शाखा पर पहुंचे और शाखा के कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। वहीं पर उन्होंने स्वयंसेवकों के कुछ सवालों के भी जवाब दिए। इस दौरान एक सवाल आया कि क्या आरएसएस की शाखा में कोई भी आ सकता है, इस पर संघ प्रमुख ने कहा की शाखा में मत, संप्रदाय, जाति, पंथ और भाषा के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है। संघ प्रमुख ने एक बात और स्पष्ट करते हुए कहा कि जो भी भारत माता की जय बोल सकता है, उसके शाखा आने पर कोई मनाही नहीं है, संघ की शाखा में सभी का स्वागत है, बस उन लोगों को छोड़कर जो खुद को औरंगजेब का वंशज मानते हैं। दरअसल स्वयंसेवक का सवाल था कि क्या हम अपने मुस्लिम पड़ोसियों को भी शाखा में ला सकते हैं। इसी के जवाब में संघ प्रमुख ने कहा, ‘संघ की शाखा के दरवाजे उन सभी के लिए खुले हैं, जो भारत माता की जय बोलते हैं और भगवा ध्वज का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस की विचारधारा में पूजा पद्धति के आधार पर भेदभाव का कोई विचार नहीं है। ऐसे में उन लोगों को छोड़कर वे सभी यहां आ सकते हैं, जो खुद को औरंगजेब का वंशज मानते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी जाति, पंथ, संप्रदाय अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन संस्कृति तो एक ही है।
मोहन भागवत ने इस दौरान अखंड भारत की अवधारणा पर भी बात की। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि अखंड भारत का विचार व्यवहारिक नहीं है, लेकिन सच यह है कि ऐसा संभव है। उन्होंने कहा कि आज सिंध प्रांत की हालत देखिए। भारत से जिन हिस्सों को अलग किया गया था, उनके साथ आज भेदभाव की स्थिति है। आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा कि संघ में कभी भी किसी से भेदभाव नहीं किया गया।

You Might Also Like

धन्य हो गई पुण्य सलिला सरयू मैया

यूपी में कामकाजी महिलाओं की बल्ले-बल्ले

दिल्ली ब्लास्ट के मद्देनजर अयोध्या में सुरक्षा कड़ी

चुनाव के वक्त, मिले भोले के भक्त

सीमांचल में मुस्लिम मतों के लिए जबरदस्त मारामारी

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.
[mc4wp_form]
By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
News Desk April 10, 2025 April 10, 2025
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article अंसल कंपनी के खिलाफ ठगी की आठ एफ आई आर:
Next Article शिक्षणेतर कर्मियों की बैठक में आंदोलन की रणनीति बनी:
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

235.3k Followers Like
69.1k Followers Follow
11.6k Followers Pin
56.4k Followers Follow
136k Subscribers Subscribe
4.4k Followers Follow
- Advertisement -
Ad imageAd image

Latest News

धन्य हो गई पुण्य सलिला सरयू मैया
अयोध्या उत्तर प्रदेश एक्सक्लूसिव देश November 26, 2025
यूपी में कामकाजी महिलाओं की बल्ले-बल्ले
उत्तर प्रदेश एक्सक्लूसिव November 20, 2025
दिल्ली ब्लास्ट के मद्देनजर अयोध्या में सुरक्षा कड़ी
अयोध्या आस्था उत्तर प्रदेश उत्तराखण्ड एक्सक्लूसिव दिल्ली देश पुलिस November 11, 2025
चुनाव के वक्त, मिले भोले के भक्त
एक्सक्लूसिव देश बिहार राजनीति November 10, 2025
//

देहरादून (उत्तराखंड) दिल्ली , उत्तरप्रदेश,और महाराष्ट्र में प्रकाशित  वीकली आई – दबे हुए सच की उड़ान .

Sign Up for Our Newsletter

 

weeklyeyenews.co.inweeklyeyenews.co.in
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Register Lost your password?